मैं , लेखनी और ज़िन्दगी
Writer and Poet. Play with words to express feelings.
Friday, March 1, 2013
मुक्तक (अपना हाल)
अपना हाल
अपना हाल ऐसा है की हम जाने और दिल जाने
पल भर भी बो ओझल हो तो देता दिल हमें ताने
रह करके सदा उनका हमें जीना हमें मरना
गुजारिश है खुदा से अब
, हमको न जुदा करना
प्रस्तुति :
मदन मोहन सक्सेना
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)