Monday, May 20, 2013

मेरी पोस्ट कोशिश जागरण जंक्शन पर




















मेरी पोस्ट कोशिश जागरण जंक्शन पर



प्रिय मित्रों मुझे बताते हुए बहुत प्रसन्न्ता हो रही है की मेरी पोस्ट कोशिश जागरण जंक्शन पर छपी है.
पोस्ट पर आप की प्रतिक्रिया अबश्य दें .

http://madansbarc.jagranjunction.com/?p=441


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Friday, May 10, 2013

जिंदगी

















जिंदगी


दिल के पास हैं लेकिन निगाहों से बह ओझल हैं
क्यों असुओं से भिगोने का है खेल जिंदगी।

जिनके साथ रहना हैं ,नहीं मिलते क्यों दिल उनसे
खट्टी मीठी यादों को संजोने का है खेल जिंदगी।

किसी के खो गए अपने, किसी ने पा लिए सपनें
क्या पाने और खोने का है खेल जिंदगी।

उम्र बीती और ढोया है, सांसों के जनाजे को
जीवन सफर में हँसने रोने का है खेल जिंदगी।

किसी को मिल गयी दौलत, कोई तो पा गया शोहरत
मदन बोले , काटने और बोने का ये खेल जिंदगी।
 


प्रस्तुति:
मदन मोहन सक्सेना